Wednesday, May 6, 2009

नीद ठहर जा


नीद कुछ पल ठहर जा
एक अच्छा सा ख्वाब
आँखों में आने दे.......
भागम भाग में
कट गया दिन
कर्वी हकीकतो से
भर गया दिल
तंग गलियों में एक
आजाद ख्याल आने दे
नीद कुछ पल ठहर जा .....
मिट जाए आज की थकान
आ जाए कल की स्फूर्ति
आज के सुंदर लम्हों को
धागों में पिरोने दे ......
नीद कुछ पल ठहर जा
एक अच्छ सा ख्वाब
आँखों में आने दे ........